RAM GAYI MAA MERE ROM ROM ME MP3 SONG
LYRICS
रम गई मां मेरे रोम रोम में,
रम गई मां मेरे रोम रोम में
रम गई मां मेरे रोम रोम में,
रम गई मां मेरे रोम रोम में
मेरी सांसो में अम्बे के नाम की धारा बहती
इसलिये तो मेरी जिह्वा हर समय ये कहती
रम गई मां मेरे रोम रोम में
जहां भी जाओ, जिधर भी देखो
जहां भी जाओ, जिधर भी देखो
अष्टभुजी माता के, ये रंग एसा जिस्के
आगे बढ़े और रंग कैसे
और सभी रंग फीके भक्तो,
और सबी रंग फीके भक्तो
आंधी आई तूफ़ान आया,
प्रति ना भरोसा ना दोला
नाम दिवाना भाव को जानू,
याही झूम के बोला
रम गई मां मेरे रोम रोम में
दुख सुख भक्तो, इस जीवन का
दुख सुख भक्त, इस जीवन का,
एक बराबर लागे
मन में मां की ज्योति जगी है,
इधर उधर क्यू भागे
इधर उधर क्यू भागे,
इधर उधर क्यू भागे
सपनों में जब वैष्णो मां ने,
अधभूत रूप दीखाया
मस्ती में बावरे हो करें
श्रीधर ने फरमाया
रम गई मां मेरे रोम रोम में
मन चाहे अब, मन चाहे अबो
मां के दार का मैं सेवक बंजाउ
माँ के भक्तो की सेवा में
साड़ी उमर बिटाऊ
साड़ी उमर बिटाऊ भक्तो,
साड़ी उमर बिटाऊ भक्तो
छिन्नामस्तिका चिंता हरनी
नैनन बीच समयी
मस्ताना हो भाई दास ने
ये हाय चूहा लगाइ
रम गई मां मेरे रोम रोम में
मेरी सांसो में अम्बे के नाम की धारा बहती
इसलिये तो मेरी जिह्वा हर समय ये कहती
रम गई मां मेरे रोम रोम में,
रम गई मां मेरे रोम रोम में
रम गई मां मेरे रोम रोम में,
रम गई मां मेरे रोम रोम में
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