गीतकार: राजेंद्र कृष्णा,
गायक: लता मंगेशकर,
संगीत निर्देशक: मदन मोहन,
फिल्म: संजोग (1961)
WOH BHOOLI DASTAN MP3 SONG
LYRICS
वो भूली दास्तान लो फ़िर याद अ गि
नज़र के सामने घाटा सी छछा
कहां से फिर चले ऐ, ये कुछ भाटे हुए साए
ये कुछ भूले हुए नगामे, जो मेरे प्यार ने गाए
ये कुछ बिछड़ी हुई याद, ये कुछ टूटे हुए सपने
पराए हो गे तो क्या, कभी ये भी तो अपने
न जाने इनसे क्यों मिलाकर नज़र शर्मा जी
उम्मीदों के हसीन मेले, तमन्नाओके वो रेले
निगाहों निगाहोंसे अजब कुछ खेल द खेलो
हवा पुरुषों जुल्फ लहराई, नजर पे बेखुदी छै
खुले थे दिल के दरवाजे, मोहब्बत भी चली आई
तमन्नाओकी दुनिया पर जवानी छ गी
बड़े रंगी जमाने थे, तारने ही तराने थे
मगर अब पंचता है दिल, वो दिन थे फिर आने थे
फकत एक याद है बाकी, बस एक फरयाद है बाकी
वो खुशी लुट गी लेकिन, दिल-ए-बाराबाद है बाकी
कहां थी जिंदगी मेरी, कहां पर एक गीत
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